Aches and Pains - दर्द  

सहजयोग मे जब आत्म-साक्षात्कार मिलता है ... तब भले ही शुरुआत मे नहीं लेकिन थोड़े समय के बाद आप पाप और पापी लोगो को पहचानने लगते है... फिर आप ऐसे लोगों के साथ नहीं रह पाते... आपको उनकी संगत छोड़नी ही पड़ती है... अगर आप ऐसे पापी लोगों के संगती में रहे तोह आपको सिर-दर्द होने लगता है... आपके आज्ञा चक्र में खराबी हो सकती है... और फिर आपको हर तरह की कठिनाई महसूस होगी... और आप उस जगह से कही दूर भाग जाना चाहेंगे... क्योंकि आप वो सब सहन नही कर पाएंगे. खुदको मज़बूत बनाने के लिए आपको सहजयोगियो के साथ वक्त बिताना चाहिए... आपको सहजयोग के कार्यक्रमों मे जाना चाहिए... या फ़िर सामूहिक आरती, ध्यान या फ़िर पुजा में उपस्थित रहना चाहिए... (७७०१२६.१)


- जय श्री माताजी -


७७०१२६.१ - Bordi Attention

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श्री माताजी निर्मला देवी