सहजयोग क्या हैं ?
सहजयोग व्यक्तिगत चेतना की सर्व व्यापी परमेश्वरी शक्ति से नैसर्गिक एकाकारिता है, जो सभी मनुष्यों में उनकी रीढ़ के अंत में स्थित पावन त्रिकोणाकार अस्थि में सुप्तावस्था में स्थित कुण्डलिनी की अवशिष्ट शक्ति की जागृति से घटित होती है।
Posted in कुण्डलिनी शक्ति, परमेश्वर, सहजयोग by Poonam :)
एक ही चीज़ मुझे खुशी दे सकती है और वह है कि जैसा प्यार मैंने आपसे किया है, वही प्यार आप एक दुसरे से करें - श्री माताजी निर्मला देवी
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