सुबह की प्रार्थना
"आज दिवस मैं वही बनू, जो आप बनाना चाहें !
आज दिवस मैं वही कहूँ, जो आप कहलवाना चाहें !!
आज दिवस मैं वही करूँ, जो आप करवाना चाहें !!!
आज दिवस मैं अंश बनू, सम्पूर्ण ब्रहम तत्व के,
आज दिवस मैं प्यार करूँ, सम्पूर्ण मानव जीवन को,
श्रीमाताजी विचार हो मेरे, एक साक्षात्कारी आत्मा के,
श्रीमाताजी बसें ह्रदय और मन मैं निसिदिन मेरे !!"
निर्मल विद्या १४-२
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